2 दिन तक कुछ दोस्तों की इंस्टाग्राम और फेसबुक स्टोरी में रहोगे , उसके बाद सभी अपने - अपने काम में व्यस्त हो जाएंगे । तुम्हारे पार्टनर भी दूसरा पार्टनर ढूंढ लेंगे । तुम्हारी फैमिली और परिवार भी कुछ दिन बाद नॉर्मल हो जाएंगे । कुछ पल का मातम रहेगा , फिर हंसने मुस्कुराने लगेंगे ।
किसी के बिना कोई मरता नहीं है । अगर तुम्हारा कहीं कुछ अकाया - बकाया है या बैंक एकाउंट या म्युचुअल फंड तो उसके क्लेम करने के लिए नॉमिनीस फॉर्म भरेंगे , डेथ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए दौड़ेंगे । दुनिया चलती रहेगी जैसे चल रही है । धीरे-धीरे तुम्हारे परिवार को भी तुम्हारी नामौजूदगी की आदत पड़ जाएगी । जो कह रहे थे कि तुम्हारे बिना जी नहीं पाएंगे मर जाएंगे । उन्हें किसी और से मोहब्बत हो जाएगी । जहां तुम्हारा अंतिम संस्कार खतम हुआ वहां तुम्हारा नाम भी खत्म।
कुछ लोग जिनको तुम अजीज समझते हो वह तुम्हारे अंतिम दिन में भी नहीं आपाएंगे । कुछ लोग तुम्हारी तारीफ के पुल बांध रहे होंगे और कुछ लोग अभी भी तुम पर हंस के चले जाएंगे । तुम दरवाजे पर पड़े होंगे और बातें पॉलिटिक्स की चल रही होंगी । तुम्हारा चहारम किस दिन किया जाय इस बात पर बहस हो रही होगी । लोग खाना खाकर चले जाएंगे किसी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा । तुम इतने जरुरी नहीं थे किसी के लिए तब सब पता चलेगा । इस लिए खुद के लिए भी जीया करो । किसी के चले जाने से दुनिया नहीं रुकती । लोग इस दुनियां में आते हैं और जाते हैं । सिर्फ तस्वीर रह जाती है । जिसे देखकर याद करते हैं । आज से अपनी खुशी के लिए काम करो , अपने लिए जियो । खुद में आत्मविश्वास पैदा करो , नहीं तो दूसरों के चक्कर में दिमाग घिसते - घिसते मर जाओगे ।