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मंगलवार, 30 जून 2020

मजबूर

जो अजनबी हैं उनसे हम अनजान हैं । जिन्हें हम नहीं जानते उन्हीं को लोग पराया कहते हैं । लेकिन कभी कभी वो भी करना पड़ता है जिसे करने के लिए आत्मा कभी नहीं चाहती और ये तभी करना पड़ता है जब अपने मजबूर करे या अपनों को खुश करना हो। 

रविवार, 28 जून 2020

पराया

कोई तुम्हें भूलता है , छोड़ता है या पराया हो जाता है तो 
तुम्हें इन चीजों से घबराने की जरूरत नहीं है । तुम इमानदारी से अपने कर्त्तव्य निभाते रहो क्यों कि ये सारी
सांसारिक चीज़ें हैं किसी के भूलने पराये होने या छोड़ने 
से क्या होगा जब की एक दिन तुम्हें दुनियां ही छोड़ देना है ।

शनिवार, 27 जून 2020

कलाकार

कला की मंडी में प्रवेश करने के बाद कला से पहले 
कलाकार को बिकना पड़ता है उसके बाद कला बिकती है ।

शुक्रवार, 26 जून 2020

जलन

हर रिश्ते में नोक झोंक, उतार चढाव, सुख दुःख आते जाते रहते हैं जिसे भूल , गलती और गलत फ़हमी माना जा सकता है मगर जब कोई भूल या गलती बार बार दोहराई जाए तब वो भूल और गलती नहीं होती बल्कि जलन और नफरत होती है जिसे भूल और गलती का नाम दिया जाता है इससे वैसे ही निपटो जैसे सामने वाला पेश आता है ।

शनिवार, 20 जून 2020

नज़रीया

मैने कभी भी किसी के भी प्रति अपने नजरिए को कभी नहीं बदला लेकिन हां मुझे ये अच्छी तरह से एहसास होता है कि मेरे लिए लोगों के नजरिए जरूर बदल गये हैं ।

शनिवार, 13 जून 2020

जरूरतें

अगर औरत घर की मालिक है उसे ही बाजार करना है
खाने की सारी जरुरते उसे ही खरीदना है आप को सिर्फ
पैसे देना है घर चलाने के लिए तो आप उसे अपनी
पसंद ना पसंद पहले ही बता दे ताकी वो आप के पसंद
की चीजों को बना कर परोस सके। 

शुक्रवार, 12 जून 2020

बैंक

एक ही चीज की कई दुकानें हैं । जब आप को जिस दुकानदार का व्यवहार अच्छा न लगे तो तुरंत उस दुकान को छोड़ देना और कोई दूसरी दुकान पकड़ लेना। 
जिस आदमी का व्यवहार तुम्हारे लिए अच्छा न हो और वो पीठ पीछे आप की बुराई करता हो तो उससे अपने सारे संबंध तत्काल खतम कर लें इसी में आप की भलाई है। जिस बैंक में आप का एकाउंट है उस बैंक के आप एक ग्राहक हैं हर प्रकार की सुविधा पाना और जानकारी लेना आप का अधिकार है । अपना ही पैसा जमा कर के आप को दिक्कत उठानी पड़े और आप को ध्यान न दिया जाय, कर्मचारियों का व्यवहार आप के प्रति अच्छा न हो तो आप अपने आप को मजबूर न समझें। 
आप अपना और अपने सभी परचितों को समझाकर उस बैंक से खाता बंद कर दें। 
किसी दूसरे बैंक में खाता खोलें क्यों कि आप को रिसपांस देना उनका काम है न कि आप का आप कभी भी किसी भी कर्मचारि के दबाव में ना रहें और ना ही किसी दुर्व्यवहार को सहें । आप स्वतंत्रता पूर्वक जीने की कोशिश करें टेन्शन न लें और न टेन्शन का कोई काम करें। जितना महत्वपूर्ण वे आप के लिए हैं उससे ज्यादा महत्वपूर्ण आप उनके लिए हैं आप उनसे नहीं जीते लेकिन वे आप से जीते हैं । 
किसी भी दुकान या संस्था जो लोगों से चलती है उसका 
कारोबार ग्राहकों पर निर्भर करता है अगर ग्राहक हटादो
तो कारोबार खतम हो जाएगा ।

गुरुवार, 11 जून 2020

खाना

अगर घर आप को चलाना है । घर की सारी जरूरतों को
आप को पुरा करना है तो कभी भी खाने के समय अपनी
डिमांड मत रखना जो लावोगे वही खाने में पावोगे ।

शुक्रवार, 5 जून 2020

बारात

किसी बारात में जा कर या बारात से आ कर यह मत कहना कि ये नहीं खिलाया या वो नहीं खिलाया या खाना खराब था। ये बात आप उससे ही कहें जो आप को बारात ले गया था क्यों कि ये मामले लड़की और लड़के के बीच की होती है आप को कोई खाने का मीनू नहीं भेजता है और न तो आप के बारात में बहुचने पर कोई मीनू मिलता है कि आप अपने पसंद के खाने के अनुसार जगह पकड़ें। 
आप एक गवाह के तौर पर ले जाए जाते हैं ताकि आप बता सकें कि मैं फलां की बारात गया था ।
इस लिए जो मिले उसे प्रेम से खाएं कभी बुराई न करें ।

गुरुवार, 4 जून 2020

कीमत

अब दाम बेदाम होता जा रहा है । मनमाने कीमत लेने की होड़ सी मच गयी है । मैने एक टैक्सी ड्राइवर से पूछा कि पैसेन्जर कब से ढोना शुरू करेंगे तो बोला, 
क्या पैसेन्जर ढोंएं सर सिर्फ तीन सवारी ही लेकर चल 
सकते हैं । मैने पूछा किराया क्या है । तो बोला की
धुरियापार से गोरखपुर नार्मल तक का 300 रुपये उरूवा बाजार से गोरखपुर नार्मल तक का 300 रुपये
जब की ये दूरी सिर्फ 45 किलोमीटर की है ।
एक महोदय से खड़ी हल्दी सूखी वाली पूछा तो 
 120 रुपये किलो बताया। 
एक महोदय से पूछा तो 80 रुपये किलो बताए। 
चीनी कोई 35 रुपये में दे रहा है , तो कोई 40 रुपये में ।
ढाई सौ के कपड़े साढे पांच से छव सौ तक में दिये जा रहे हैं यानी जो जितना मौके का फायदा उठा सकता है उठा रहा है । जब की सारे आईटम पुराने स्टाक के ही हैं। आप की मजबूरी है कि अपने आवश्यकताओं की चीजों
को खरीदना मगर ये आशा न करें कि आप को कोई भी चीज मुनासिब दाम पर मिल सकेगी । 
खैर जीना है तो आप हर कीमत अदा करने के लिए तैयार
रहें। 

बुधवार, 3 जून 2020

गायकी के मार्गदर्शक

मोहम्मद रफी साहब तो आज हमारे बीच नहीं हैं मगर 
गायकी की दुनियां में जो आवाज़ वे छोड़ गये हैं वे आवाज़ अब दुबारा नहीं आएगी क्यों कि उनके अंदर गाड गिफ्टेड ईश्वरीय प्रदत्त आवाज थी जो किसी भी भाषा में गाने की छमता रखते थे ।
रही साहब ने बहुत सारे ऐसे गाने गाये हैं जिन्हें सुनने के
के बाद दिल और दिमांग में छा जाते हैं जिन्हें भूल पाना
मुमकिन नहीं । कहीं बहुत दूर से भी गाने की आवाज़
सुनाई पड़ जाए तो मन अपने आप ही गुनगुनाने लगता है आज उनकी आवाज़ नये गायकारों के लिये एक मार्गदर्शक के रुप में है ।

बिजनेस

एक आदमी ने बिजनेस करते हुए देखा है ।
एक आदमी ने बिजनेस कर के छोड़ दिया है ।
एक आदमी अभी बिजनेस कर रहा है ।
अब बात आती है बिजनेस करने की तो आप 
किसकी बात और राय मानेंगे ?
पहला आदमी जो देखा है वो राय बहुत देता है
जबकि वो फ्लाप यानी नाकाम आदमी है ।
दूसरा भी अपने नाकामी से छोड़ चुका है उससे भी
कभी न राय लें और न माने। 
तीसरा जो अभी बिजनेस कर रहा है वो उतना ही बता
सकता है जितना उसे मालूम है ।
जो काम वो कर रहा है उसे करते हुए कितने साल हुए 
इसका पता करें अगर उसने पांच या दस साल का समय 
दिया है तो उसे अनुभव और एक्सपर्ट के रुप में उसकी
बात और राय को माना जा सकता है लेकिन सभी के अलग अलग एक्पीरियन्स होते हैं । जब आप शुरु करेंगे तो आप का काम और बिजनेस खुद आप को एहसास दिलाएगा कि मुझे और बेहतर कैसे करना है ।

मंगलवार, 2 जून 2020

भ्रम

कुछ लोग लोगों को जोड़ने में अपनी जिंदगी गुजार देते
हैं , और कुछ लोग लोगों को तोड़ने में अपनी ज़िन्दगी
गुजार देते हैं ।
जोड़ने की प्रक्रिया में - बहुत कुछ खोना पड़ता है, बहुत कुछ सहना पड़ता है , अक्सर झुकना भी पड़ता है , बहुत दर्द भी मिलता है , यह सभी के बस का नहीं है ।
तोड़ने की प्रक्रिया में - सामने वाले के अंदर एक भ्रम डाल देना ही काफी है । भ्रमित लोग अक्सर स्पष्टीकरण की जरुरत भी नहीं समझते। 




सोमवार, 1 जून 2020

गायीका

भारत में सर्वश्रेष्ठ गायिका लता मंगेस्कर जी के बाद शायद ही कोई उनका स्थान ले पाये एक दिन में अगर मैं बीस गाने सुन्ता हूं तो पन्द्रह गाना लता जी के ही होते हैं 
मैने लता जी के आवाज को तीन रुपों में महसूस किया है
१- voice of magic. आवाज का जादू
२- voice of heart.  दिल की आवाज़
३- voice of sex. आवाज़ का संभोग
     जब की मैं खुद लता जी का फैन हूं। और भी गाईकायें हैं जो आच्छा गाती हैं मगर दूसरी और तीसरी स्रेणियों  में हैं ये लोग अपना प्रयास जारी रक्खें ।

बाल

जितना तुम्हारे सर पे बाल हैं उससे ज्यादा मेरी जरूरतें
और जिम्मेदारियां हैं ।
तुम्हारे बारे में सोचने की जिम्मेदारी भी इसमें शामिल है
और तुम्हें हासिल करने की जरूरत भी ।