जनता है तो धंधा है जनता हटी तो धंधा खत्म।
hello my dear friends. mai javed ahmed khan [ javed gorakhpuri ] novelist, song / gazal / scriptwriter. mare is blog me aapka dil se swaagat hai.
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रविवार, 8 मार्च 2020
धंधा
लोकतंत्र में सबसे बड़ा धंधा राजनीति का है। और राजनीति का धंधा जनता से चलता है।
शुक्रवार, 6 मार्च 2020
इंसानियत
आदमी इन्सान तब बनता है जब वह इंसानियत को
समझते हुए इंसान की तरह पेश आना शुरू करता है।
गुरुवार, 5 मार्च 2020
सब्र
थोड़ा सा सब्र ( संतोष ) आप को खुशियों से भर देगा
बस आप को सब्र करने की आदत तो पहले हो जाए ।
माँ , बाप
दुनियां बनाने वाले ने आप को दो लोगों के माध्यम से
इस दुनियां में भेजा है ।
एक महिला और एक पुरूष जिसे हम मां, बाप के रूप में जानते हैं इन माध्यम की हमें पूजा करना चाहिए लेकिन
अगर पूजा नहीं कर सकते तो कम से कम सम्मान और
इज्ज़त तो दे ही सकते हो। कभी भी इनकी सेवा शर्तों और बदले पर मत करना इनकी सेवा हमेशा निस्वार्थ भाव से करना क्यों कि इनके दिलों के तार सीधे उससे जुड़े हैं जिसने तुम्हें दुनियां में भेजने के लिए ऐसे माध्यम को चुना अगर माध्यम को आप से जरा भी कस्ट हुआ तो उसे भी होगा जिसने आप को इस दुनिया में भेजा है ।
निस्वार्थ भावना से की गई सेवा ही आप के सफलता का
कारण बनेगी कभी इनसे पाने की आशा मतकरना सिवाये देने के क्यों कि इनके दुनियां से जाने के बाद भी इनकी आत्मा तुम्हारे सुरछा और कामयाबी के लिए आप के आस पास ही आती जाती रहेगी जैसा कर्म आप का हुआ है वैसा ही परिणाम भी आप को मिलेगा।
बुधवार, 4 मार्च 2020
बिकती है
ये आप सभी को मानना पड़ेगा, याद रखियेगा और जरूरत पड़े तो आजमाईएगा कि दुनियां में हर चीज़ बिकती है कुछ जरूरतों के लिए , कुछ मजबूरियों में तो कुछ सपनों को साकार करने के लिए।
बस इतना अन्तर जरुर है कि बेचने के बहाने अलग अलग हैं और खरीददार के अंदाज अलग अलग हैं।
मंगलवार, 3 मार्च 2020
एक्सट्रा माईन्ड
चोरी करने के लिए , लूट और डकैती करने के लिए ,
फ्राड करने के लिए , मर्डर करने के लिए , विवाद कराने
के लिए , दंगा फैलाने के लिए , अपने स्वार्थ के तहत
किसी को फसाने के लिए एक्सट्रा माईन्ड की जरूरत
पड़ती है और वो आता है उसी एक टापिक पर बहुत ज्यादा सोचने पर जिस जिस चीज के बारे में गहराई से सोंचना शुरू करोगे और ये तभी करोगे जब आप की जरूरत होगी या फिर आप इन्ही किसी रास्तों के तहत अपनी जरूरतों को पूरा करना चाहते हो तो आप की सोंचे रास्ता देना शुरू कर देंगीं । संपन्न तो हो जावोगे लेकिन ये संपन्नता आप के बाद नहीं रहेगी ।
सोमवार, 2 मार्च 2020
24 साल
मैने गुलाब की कली को एक मिनट में खिल कर फूल
बनते हुए देखा है।
मैने 14 साल की एक लड़की को 24 साल की स्मार्ट
लड़की के रूप में बदलते हुए एक मिनट के लिए अपनी आँखों से देखा फिर 14 साल में बदलते हुए भी उसी एक मिनट में में देखा जिसे मैं आज तक नहीं भूल सका हूं।
हो सकता है कि आप को यकीन न आए मगर यह दोनों
घटनाओं को मैने अपनी आँखों से देखा है।
आज दस साल बाद वह समय के मुताबिक 24 साल की हुई है। उसे चौदहवें साल से चौबीसवें साल तक धीरे धीरे बदलाव आते हुये देख रहा हूँ ।
मेरी अच्छी फ्रेन्ड भी है अक्सर बातें भी होती हैं मगर उस रहस्य को आज तक मैने उससे नहीं पूछा।
शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2020
दर्द
तुम्हारे दिये हुए दर्द को तो मैं झेल लुंगा लेकिन
डरता हूं कही मेरी मुहब्बत को तुम बर्दास्त न कर पाओ ।
गुरुवार, 27 फ़रवरी 2020
ज़िन्दगी से दूर
जिस दिन तुम मुझसे बोर होने लगो या
मैं तुम्हें बोझ लगने लगूं तो बे हिचक मुझे
बता देना या खबर करा देना या इशारा ही
कर देना मैं तुम्हारी जिंदगी से दूर हो कर
अजनबी बन जाऊंगा ।
मंगलवार, 25 फ़रवरी 2020
बुढापा
बचपन जाता है जवानी आती है
तब बचपन बहुत याद आता है ।
जवानी जाती है तो बुढापा आता है
तब जवानी बहुत याद आती है ।
लेकिन बुढ़ापे के बाद तो कुछ आता नहीं फिर भी
ये सभी लोग जानते हैं कि बुढापे में मौत आती है।
बचपन, जवानी के जाने के बाद वापस नहीं आता
इस लिए बुढापे में ये फिक्स हो जाता है कि अब बचना
नहीं है हर हाल में मरना ही है।
मगर मौत एक ऐसी घड़ी है कि वो बचपन, जवानी, बुढापा कुछ नहीं जानती कभी भी कहीं भी आ सकती है। इस लिए दुनियां से जाने के लिए हमेशा तैयार रहें।
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