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सोमवार, 16 मार्च 2020

पसंद

आप जैसे भी हैं जो कुछ भी हैं वो अपने लिए हैं। 
आप को क्या पसंद है क्य नहीं आप की मर्जी 
आप क्या खाते हैं क्या नहीं ये आप, 
आप के घर वाले और चन्द करीबी लोग जानते हैं। 
जिसे आप की पसंद ना पसंद की जानकारी नहीं है 
और वो आप की इज्ज़त खातिरदारी करता है तो वो 
यही सोंच कर करता है कि आप को पसंद आएगा 
अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता मगर 
आप हैं कि उस खातिरदारी में भी अपनी पसंद ना पसंद 
की कमियां ढूँढ लेते हैं। 
बेहतर होगा कि अपनी नफासत अपने पास रक्खें और 
थोड़ी देर के लिए उसकी खुशी में अपनी ख़ुशी शामिल 
करें अन्यथा अपने जाने से पहले अपनी पसंद ना पसंद की लिस्ट पहले भेज दें। 

रविवार, 15 मार्च 2020

तमाम रिश्ते

तमाम रिश्ते तो जन्म लेते ही मिल जाते हैं। 
कुछ रिश्ते लोग बनवाते हैं और कुछ रिश्ते 
खुद बनते हैं सब के अलग अलग ( कर्तव्य )
फर्ज हैं अगर आप सभी रिश्तों से मुंह मोड़ कर
अरबपति, खरबपति,या करोड़पति ही बन जाएं
तो सिर्फ मुझको ही नहीं बल्कि मैं समझता हूँ कि 
शायद सभी को खुशी होगी क्यों कि सभी आप के 
नाम से अपना नाम जोड़ कर अपना काम बना लेंगे 
और अपनी ज़िन्दगी जी लेंगे चाहे आप कभी मिलें
या न मिलें, कभी बोलें या न बोलें, कभी मदद करें या 
न करे। मगर यदि सभी रिश्तों से मुंह मोड़ कर आप 
वहीं के वहीं रहे या और भी बदतर हालात में चले गए 
तो यही लोग जो आप के रिश्तों की डोर से बधे हैं। 
आपसे मूह मोड लेंगे और ऐसा मोड़ेगे कि जैसे कोई अजनबी। 

शुक्रवार, 13 मार्च 2020

समझाना

एक समझाता रहा 
एक समझता रहा 
दोनों आपस में समझने और 
समझाने में लगे रहे उधर
तीसरा अपना काम कर गुजरा। 

गुरुवार, 12 मार्च 2020

चेहरा

अगर चेहरा पढना आता है तो खुद को कभी आईने के
सामने खड़ा करना आप की हकीकत आप के सामने होगी। 

सोमवार, 9 मार्च 2020

बिस्तर

अपने लक्जरी रूम का नर्म मुलायम बिस्तर अब नहीं है 
तो क्या हुआ हम दोनों एक दूसरे का आपस में बिस्तर 
बन कर इन समयों को भी काट लेंगे। 

रविवार, 8 मार्च 2020

धंधा

लोकतंत्र में सबसे बड़ा धंधा राजनीति का है। और राजनीति का धंधा जनता से चलता है। 
जनता है तो धंधा है जनता हटी तो धंधा खत्म। 

शुक्रवार, 6 मार्च 2020

इंसानियत

आदमी इन्सान तब बनता है जब वह इंसानियत को 
समझते हुए इंसान की तरह पेश आना शुरू करता है। 

गुरुवार, 5 मार्च 2020

सब्र

थोड़ा सा सब्र  ( संतोष  ) आप को खुशियों से भर देगा 
बस आप को सब्र करने की आदत तो पहले हो जाए  ।

माँ , बाप

दुनियां बनाने वाले ने आप को दो लोगों के माध्यम से 
इस दुनियां में भेजा है ।
एक महिला और एक पुरूष जिसे हम मां, बाप के रूप में जानते हैं इन माध्यम की हमें पूजा करना चाहिए लेकिन 
अगर पूजा नहीं कर सकते तो कम से कम सम्मान और 
इज्ज़त तो दे ही सकते हो। कभी भी इनकी सेवा शर्तों और बदले पर मत करना इनकी सेवा हमेशा निस्वार्थ भाव से करना क्यों कि इनके दिलों के तार सीधे उससे जुड़े हैं जिसने तुम्हें दुनियां में भेजने के लिए ऐसे माध्यम को चुना अगर माध्यम को आप से जरा भी कस्ट हुआ तो उसे भी होगा जिसने आप को इस दुनिया में भेजा है ।
निस्वार्थ भावना से की गई सेवा ही आप के सफलता का 
कारण बनेगी कभी इनसे पाने की आशा मतकरना सिवाये देने के क्यों कि इनके दुनियां से जाने के बाद भी इनकी आत्मा तुम्हारे सुरछा और कामयाबी के लिए आप के आस पास ही आती जाती रहेगी जैसा कर्म आप का हुआ है वैसा ही परिणाम भी आप को मिलेगा। 

बुधवार, 4 मार्च 2020

बिकती है

ये आप सभी को मानना पड़ेगा, याद रखियेगा और जरूरत पड़े तो आजमाईएगा कि दुनियां में हर चीज़ बिकती है कुछ जरूरतों के लिए , कुछ मजबूरियों में तो कुछ सपनों को साकार करने के लिए। 
बस इतना अन्तर जरुर है कि बेचने के बहाने अलग अलग हैं और खरीददार के अंदाज अलग अलग हैं।