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बुधवार, 28 अक्टूबर 2020

हर पल से अंजान

हर आदमी अपने ज़िन्दगी के बीते हुए दिनों के एक एक पल को जानता है ।
लेकिन जिंदगी में आने वाले दिन के एक एक पल से हर कोई अंजान है ।

मंगलवार, 27 अक्टूबर 2020

आर्थिक आज़ादी

इस देश में मुर्खों और पागलों की कमी नहीं है ।
महान शायर गालिब के कथनानुसार चार पंक्तियां -
चूतियों की कमी नहीं गालिब ।
एक ढूढो हजार मिलते हैं ।।
नगद ढूढो तो उधार मिलते हैं ।
उधार ढूंढो तो बेशुमार मिलते हैं ।।
नेता गिरी एक ऐसा धंधा है । जहां ऐसे ही लोग बेशुमार मिलते हैं । क्यों कि इन चूतियों को नौकरी , तनख्वाह या कैरियर की जरूरत नहीं होती बस पद चाहिए ।
क्यों कि ये धन्धा सीधे देश से होता है । पार्टी को सत्ता में आने से या खुद चुनाव जीत लेने से देश में हिस्सेदारी मिल जाती है । और ये बात सभी नहीं जानते , बस इतना जानते हैं कि किस पार्टी का माला जपना है । किस पार्टी को नीचा दिखाना है और उसका विरोध करना है । उसकी कमियों को दिखा कर माइंड़ डाईवर्ट कर देना है और वो भी उन लोगों का जो राजनीत में इनट्रेस्ट नहीं रखते अपने कमाने खाने में व्यस्त रहते हैं ।
ऐसे ही लोगों को कुछ लालच दे कर इकट्ठा करना और 
धरना , प्रदर्शन और उपद्रव करना साथ में लाठी भी खाना और खिलवाना है । लेकिन पूरे प्रक्रिया में राष्ट्रिय लीडर नहीं होता सब यही बेशुमार वाले होते हैं ।
यकीन न हो तो कोई भी अनाप सनाप पार्टी बना लो सैकड़ों में तो तुरंत मिल जाएंगे फिर हजारों में और इसी तरह बढते हुए बेशुमार वाले कैटेगरी के लोग भर जाएंगे ।
यहां कोई क्वाईलिफिकेशन या डिगरी की जरूरत नहीं होती आत्म निर्भर बनने के लिए हर तरह की संपन्नता का होना जरुरी है । जो रोज कमाता है तब खाता है तो ऐसे लोग आत्म निर्भर कैसे बनेंगे ।
ऐसे लोगों की महामंडी आज भी गरम है । जिसे राजनीति के नाम से जाना जाता है । इसी मंडी में तुम्हें तुम्हारा सही अधिकार मिलेगा और बोलबाला भी ।
जो पार्टीयां बनी हैं उसे सब जानते हैं इससे हटकर अलग से एक पार्टी बनाओ और देश के साथ देश वासियों को भी एक अलग दिशा दो जिसमें सभी के पास समय की आजादी और आर्थिक आजादी दोनों हो ।

सोमवार, 26 अक्टूबर 2020

मुहब्बत के नाम पर

किसी के पास मुहब्बत है ।
किसी के पास दौलत है ।
दोनों एक साथ हर किसी को नहीं मिल्ती ।
80% ऐसे लोग हैं जिनके पास दोनों मेसे कुछ भी नहीं है ।
दौलत के नाम पर खुद परस्ती में जीना और मुहब्बत के नाम पर मुहब्बत का एक खूबसूरत नाटक है । जिसके अंधे पन में जिंदगी गुजरती जा रही है ।

रविवार, 25 अक्टूबर 2020

अटूट विश्वास

आप जिसे अपना मानते हैं ।
आप जिस पे भरोसा करते हैं ।
आप जिसकी हर बात मान लेते हैं ।
आप जिसकी बातों में सबूत की जरूरत नहीं समझते। 
सबसे पहले आप के जजबात से खिलवाड़ वही करता है ।
सबसे पहले आप को वही छलता है ।
सबसे पहले आप को नीचा दिखाना वही चाहता है ।
सबसे पहले विश्वास घात वही करता है ।
यह सब तो एक ऐसी परंपरा बन चुकी है जैसे कोई रिवाज़ ।
घबराओ मत जो जिस काबिल हो उस हिसाब से आज़माइश सबकी करते रहा करो। किसी के दिल और दिमाग को बदलते ज्यादा वक़्त नहीं लगता ।
कौन किसके कितने करीब है यह वह भी जानना चाहता है जो खुले तौर पर या पीठ पीछे आप का विरोधी है ।
और ऊपर कही गयी सारी समस्याएं ज्यादा तर यही लोग क्रियेट करते हैं सिर्फ एक दूसरे के अटूट विश्वास को देख कर ।

गुरुवार, 22 अक्टूबर 2020

अदभुत कला

कुछ गीतकार कुछ गायक कुछ संगीतकार कुछ कलाकार हमारे देश में ऐसे हैं कि वो भारत के एक रत्न के समान हैं। जिन्हें सुन कर कोई आंसू बहाता है तो कोई मन के दर्द को हल्का करता है । तो कोई उमंग और मस्ती में डूब जाता है ।
आप के अंदर अगर किसी भी प्रकार का टैलेंट है चाहे वो किसी भी प्रकार का हो कला एक बहुत ही अदभुत चीज होती है तो उसे न दबाएं और न रोकें आप अपनी कला को अपने देश के सामने लाएं इससे बहुतों को प्रेरणा और आगे आने का हौसला मिलेगा कुछ को सीखने का अवसर भी बनेगा। आज आप हैं कल नहीं होंगे मगर आप की यादें हमेशा लोगों के दिलों में बनी रहेंगी ।
अगर आप को अपनी कला को समाज के बीच लाने का कोई रास्ता न मिल पा रहा हो और मजबूर हों तो मुझसे संपर्क करें। मुझे ऐसे लोगों की तलाश है और मैं उन्हें उनके योग्यता के मुताबिक पुरा प्रयास और सहयोग भी करुंगा। 
आप मुझसे काल या वाट्सेप के द्वारा भी जुड़ सकते हैं ।
मेरा नम्बर - 7388939329
                9936351220
VOICE OF HEART = दिल की आवाज़ 
के ब्लागर - डा. जावेद अहमद खान
      स्पेशलिस्ट -  C.N.T. सेलुलर नेरेशमेंट थेरेपी 
                       कोशिकीय पोशण चिकित्सा 


बुधवार, 21 अक्टूबर 2020

परिवर्तन

सच्चाई जान कर आप कुछ नहीं कर पाओगे ।
अन्जाने में आप बहुत कुछ कर जाओगे ।

बेहतर यही होगा कि जिस चीज से अंजान हो उससे अंजान ही रहो अगर हकिकत जानने के पीछे भागोगे तो दर्द और नफ़रत के सिवा कुछ भी नहीं मिलेगा ।
ये अलग बात है कि कुछ चीजों की सच्चाई जानने की जरूरत पड़ती है मगर उसे भी जान कर आप उसमें कोई परिवर्तन नहीं कर सकते । अगर परिवर्तन की कोशिश करोगे तो सबसे पहले विरोधी आप ही बनोगे इस लिए जो जैसे है वैसे ही रहने दो हां बेहतर यही है कि आप को अगर परिवर्तन करतना है तो खुद में ही करें ।
यकीन मानो अगर आप को आप के जिंदगी के बारे में पैदा होने से लेकर मरने तक के एक एक पल की सच्चाई बता दी जाए तो आप का जीना मुश्किल हो जाएगा ।
जो बीत रहा है उसे अप जी रहे हैं और देख भी रहे हैं मगर आने वाले कल के बारे में आप को क्या पता बस एक आस है एक उम्मीदें हैं और एक खूबसूरत प्लान के साथ सपने जिसके सहारे कल आज में बदल जाता है और आप जीते जा रहे हैं ।

मंगलवार, 20 अक्टूबर 2020

फैस्टिवल

भारत में विभिन्न प्रकार के फैस्टिवल हैं जो सभी के पाकेट खाली कर देने वाले हैं लेकिन एक फैस्टिवल ऐसा है जिसे चुनाव के नाम से जाना जाता है जिस में 80% जनता के पाकेट में कुछ न कुछ तो आ ही जाता है ।

सोमवार, 19 अक्टूबर 2020

इस दुनियां में

इस दुनियां में कोई भी चीज बेकार नहीं है। सब का काम कहीं न कहीं कभी न कभी तो पड़ता ही है । बेकार तो उस वक्त लगती है । जब आप को उसकी जरुरत नहीं होती ।

रविवार, 18 अक्टूबर 2020

लाल मिर्च

अगर लाल मिर्चा पिसा हुआ आप के मुंह में डाल दिया जाय तो उसके तीखे पन से आप सनक जाएंगे । तीखापन बर्दाश्त नहीं होगा , आप की ज़ुबान सुन्न पड़ने लगेगी खोंपडी जरुरत से ज्यादा गरम हो जाएगी। 
ठीक इसी तरह जब आप के मुंह से आप की ज़ुबान जब कोई कड़वाहट भरे शब्द निकालती है तो सुनने वाला भी सनक जाता है । और उससे भी ज्यादा सनक जाता है जितना लाल मिर्च के पाउडर से आप सनकेंगे और खोंपड़ी तो इतनी गरम हो जाती है कि हत्या भी हो जाती है ।
अतः आप वैसा ही खाना पसंद करते हैं जो आप के मुंह को आराम दे और जुबान को स्वादिष्ट और मस्त लगे। 
ठीक इसी तरह आप अपने व्यवहार और बोल चाल में शब्दों का इस्तेमाल भी करें ताकी आप से मिलने वाले लोग आप का साथ न छोड़ना चाहें और बातों से आप के दिवाने हों जाएं। 

शनिवार, 17 अक्टूबर 2020

एक ही भूल

आज तुम्हारा वक़्त है ........
हर आरजू पुरी करना .........
कुछ छोड़ना मत ..........
न तो कुछ भूलना ..........
क्यों कि एक ही भूल .........
तुम्हारे मौत का कारण बन जाएगी ..........
और दुनियां का कोई भी इंसान ...........
तुम्हें बचा नहीं सकता ।