इस दुनियां में सभी धर्मों की पुस्तकें हैं ।
संसारिक, आध्यात्मिक के साथ सभी प्रकार
के ज्ञान उसमें भरे हुए हैं जो आप चाहते हैं ।
ये अलग बात है कि काफी लोग अनपढ और
अज्ञानी हैं मगर फिर भी मैने बहुत सारे लोगों
को देखा है जो अपने सीखने और समझने के
बल पर आज अनपढ होते हुए भी सान्सारिक
एव आध्यात्मिक ज्ञान से भरे हुए हैं ।
सिर्फ इतना फर्क है कि इनके अंदर अछरों का
ज्ञान नहीं है कि ये कुछ लिख सकें। जब की इन्हें
अब अछरों के ज्ञान की जरुरत भी नहीं है।
जिनके पास अछरों का ज्ञान भी है पढे लिखे भी हैं
मगर हरकतें मुर्खों से भी बढ कर करते हैं ।
ऐसे लोगों का तो मर जाना ही बेहतर है।
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