hello my dear friends. mai javed ahmed khan [ javed gorakhpuri ] novelist, song / gazal / scriptwriter. mare is blog me aapka dil se swaagat hai.
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शुक्रवार, 30 अप्रैल 2021
सतयुग , द्वापर और त्रेता में
सतयुग , द्वापर और त्रेता में एक राजा हुआ करते थे वो भी सिर्फ अपने राज के । आज इस कलयुग में हर व्यक्ति स्वयं में ही राजा है । बिना किसी राज्य के ।
शनिवार, 24 अप्रैल 2021
प्यार से मांगोगे
प्यार से मांगोगे, तो धन दौलत ही नहीं , बल्कि अपनी जान भी दे दुंगा , और अगर छीनना चाहोगे , तो मैं तुम्हारी जिंदगी छीन लुंगा ।
मंगलवार, 20 अप्रैल 2021
चल - अचल संपत्तियों का संचय करना
इज्जत , दौलत , शोहरत , सुख - दुःख , चैन - आराम , फुर्शत , तन्हाई , व्यस्तता , मुहब्बत , रुसवाई , मौत , बीमारी , सेहत , अमीरी , ग़रीबी , जमीन , मकान , ज़ेवर , औरत , औलाद , रिश्ते , नाते , दोस्ती , व्यवहार आदि इत्यादि जो कुछ भी है । न तो इसे जाने से रोक पाओगे और न ही इसे आने से रोक पाओगे ।
वक़्त और हालात के मुताबिक अल्लाह रब्बुल इज्ज़त जब चाहें दें और जब जहें छींन लें । ज़िन्दगी में इसका आना और जाना आप के बस की चीज़ नहीं है ।
ऊपर बताए गए उदाहरण और इसके अलावा भी बहुत सारी चीज़ें हैं । जो आप की अपनी नसीब या फ़िर आप से जुड़े हुए आप के अपनों के नसीब से मिलती हैं । जिसमें उनका भी हिस्सा है , जिन्हें आप नहीं जानते ।
ऊपर बताई गई चीजें आप के पास से उस वक्त चलीं जातीं हैं जब आप किसी का हक़ मार लेते हैं , या आप किसी को उम्मीदें धरायें और उसकी उम्मीदों को तोड़ दें , या आप जान बूझ कर मदद मांगने वाले को , आप की छमता होते हुए भी उसे खाली हाथ वापस कर दें ।
चल-अचल संपत्तियों का संचय करना माया और लालच का दूसरा रुप है । इसका उपभोग आप के भाग्य में नहीं है ।
अल्लाह ये संचय आप के माध्यम से किसके लिए और किस लिए करवा रहा है , यह आप मरते दम तक नहीं समझ सकते ।
भारत के मशहूर शायर ( राज़ आज़मी ) जो मेरे दोस्तों में सबसे ज्यादा उम्र के हैं , मगर दिलजोई और हंसी-मजाक में किसी से कम नहीं हैं , काफी सेंसिटिव भी हैं । इनका एक शेर मुझे अक्सर याद आ जाता है -
वहीं मौत आई है मेरी खुदी को ।
जरुरत जहां हाथ फैला गई है ।।
अर्थात- मेरी अंतरात्मा , मेरा ज़मीर उस वक्त मर जाता है ।जिस वक़्त मेरी जरुरतें किसी के आगे हाथ फैलाने पर मजबूर करतीं हैं ।
लेकिन जो खाली हाथ वापस कर देता है , सोचो वो कितना मरा हुआ होगा ।
शनिवार, 17 अप्रैल 2021
बंजर और ग्रामसभा में दर्ज हो जाती है
दुनियां में एक भी इंच जमीन ऐसी नहीं है , कि जो किसी के नाम पर न हो । कुछ लोग जानते हैं । कुछ लोग नहीं जानते हैं । जो लोग अपनी जमीनों को नहीं जानते हैं , उनकी जमीन बंजर और ग्रामसभा में दर्ज हो जाती है । जब कि ये जमीन पहले भी किसी की थी । आज भी है , और कल भी किसी न किसी की रहेगी । फ़िर इसके लिए मरना, झगड़ना और खुद को तपाना क्यु ?
शुक्रवार, 16 अप्रैल 2021
कोमा में लोग ज़िंदा रहते हैं
कानून के सामने अपने और अपने जुर्म का समर्पण करने पर , जुर्म और जुल्मीं दोनों में , सहुलियतें प्रदान की जातीं हैं ।
मैंने तो सिर्फ तुमसे मुहब्बत करने का जुर्म किया , और इस जुर्म में , अपना सब कुछ तुम्हारे आगे समर्पित भी किया । लेकिन तुम्हारे धोखा और नफ़रत ने , मुझे एनकाउंटर की सज़ा जैसा महसूस कराया ।
आज़ मैं जिंदा तो जरुर हूं , लेकिन वैसे ही जिंदा हूं , जैसे कोमा में लोग ज़िंदा रहते हैं ।
बुधवार, 14 अप्रैल 2021
किसे पकडूं और किसे छोड़ूं
मेरे अंदर मरऊवत भी है और मुझे जरुर भी है ।
दोनों से लगाव बेपनाह है । इन दोनों को छोड़ कर मैं जी ही नहीं सकता । समझ में नहीं आता कि किसे पकडूं और किसे छोड़ूं । जरूरत के लिए मरऊवत को छोड़ना पड़ेगा और अगर मरऊवत को पकडूं तो जरुरत हल नहीं होगी ।
क्या करुं ?
एक साथ दोनों का समावेश कभी कभी ज़हर बन जाता है ।
शब्दार्थ - मरऊवत - अपनापन , स्नेह , दया , दयावान ।
मंगलवार, 13 अप्रैल 2021
नेटवर्क का नाम आते ही
नेटवर्क का नाम आते ही , कंपनी , एमडी , सीएमडी , सीनियर लीडर , टीम लीडर या अचीवर्स का नाम आता है , और इन्हीं चीजों पर लोगों को मोटिवेट भी किया जाता है । लेकिन क्या आप ने कभी ऐसा सोंचा , कि आप का भी नाम आये ?
मैं चाहता हूं कि , आप जहां के भी रहने वाले हों , जिस भी शहर के , जिस भी गांव के , जिस भी कस्बे के , अगर वहां का नाम कोई नेटवर्किंग से जुड़ा हुआ लेता है , तो सिर्फ आप का नाम लोगों के सामने आना चाहिए । नेटवर्किंग में वहां की पहचान , आप से शुरू होनी चाहिए । तब जाकर नेटवर्क की दुनिया में आप कुछ कर पाएंगे , और एक इतिहास रच पाएंगे ।
सोमवार, 12 अप्रैल 2021
जिंदगी भर प्यार भरी बातें नहीं हो सकती
जिंदगी भर प्यार भरी बातें नहीं हो सकती । कभी कड़वाहट कभी झुंझलाहट भरी बातें भी निकल ही जाती हैं । प्यार भरी बातों में , जितना अपनापन होता है , उससे ज्यादा अपनापन , उस कड़वाहट और झुंझलाहट भरी बातों के अंदर भी छुपी होती है ।
रविवार, 11 अप्रैल 2021
सम्मान देना उतना बुरा नहीं है
किसी को मान और सम्मान , देना उतना बुरा नहीं है , जितना बुरा , बिना सोंचे समझे , बिना जाने , परखे , किसी पर जान दे देना होता है ।
शनिवार, 10 अप्रैल 2021
चुनाव जीतने का फंडा
चुनावी त्यौहार में जिसने शाराब पिलाने की प्रथा शुरू की ।
जिसने चिकन और मटन खिलाने की प्रथा शुरू की । जिसने पैसे बांटने की प्रथा शुरू की , और वो बहुत सारे काम जिसे प्रत्याशी और मतदाता दोनों जानते हैं ।
हर बात कहना जरूरी नहीं है । ये सारे काम जिसने शुरू किया , उसके पटिदार , उसके खानदान , उसके हीत- मीत , उसके सपोर्टर , उसका भाई या उसका लड़का , जो भी हो जब प्रत्याशी के रुप में आएगा तो उसे भी इस प्रथा से हो कर ही गुजरना पड़ेगा । इससे कुछ और एक्स्ट्रा कर सकें तो और बेहतर होगा । अन्यथा मैदान छोड़ दें ।
जो शराब का सेवन नहीं करता । जो चिकन- मटन नहीं खाता । मेरे सर्वे में पता चला कि उन्हें कोई पुछने वाला नहीं है ।
क्या शाराबी लोग ही लोगों को चुनाव जिताते हैं ?
शुद्ध शाकाहारी और बिना मदिरापान करने वाले लोगों के सामने सिर्फ हाथ जोड़ लेने से काम नहीं चलेगा ।
मदिरापान का सेवन करने वाला हो या शाकाहारी सभी के सामने हाथ तो जोड़ना ही है , लेकिन हाथ जोड़ने से पहले अपने हाथ में एक लंबी नोंट लेकर मतदाता से हाथ मिलाएं । हाथ मिलाने पर अपने मुट्ठी में लिए नोट को उसके हाय मैं सटा कर उसकी मुट्ठी को बंद कर दें , इस क्रिया को सिर्फ आप और आप का मतदाता जाने ।
फिर इस बात को जरुर कहें कि अपना और अपने लोगों पर अपने स्तर से ध्यान दें ।
चुनाव जीतने के फंडे में सफल फंडा एक यह भी हो सकता है कि इस क्रिया को महिलाओं के साथ भी किया जाय जिससे महिलाएं अपनी कुछ जरूरी आवश्यकताएं पूरी कर सकें ।
यह रोटेशन एक दिन या एक रात ही सिर्फ न हो बल्कि यह रोटेशन डेली चलता रहे मतदान के दिन भी ।
अन्यथा चुनाव मत लड़े या फिर पांच वर्षों तक लोगों को अपना बनाएं । अपने आप को लोगों का विश्वासपात्र साबित करें यदि लोगों के विश्वासपात्र आप हो गये , तो चिकन मटन शराब पैसा इसकी कोई जरुरत नहीं । क्यों कि ये सब उनके लिए है जो अचानक कूद पड़ते हैं , और अपने धन के बल पर ही कूदते हैं । ऐसे लोगों को लूटने के लिए 90% लोगों को इंतजार रहता है ।
चुनावी बिगुल बजते ही प्रत्याशियों के एनलाईसिस शुरू हो जाते हैं । कौन किस लायक है और किस बेस पर उतरा है ।
शुक्रवार, 9 अप्रैल 2021
लोग क्या कहेंगे ?
लोग क्या कहेंगे ? लोग क्या सोचेंगे ? इसे तुम्हें सोंचने की जरूरत नहीं है । लोगों ने तो संतों और महापुरूषों को नहीं छोड़ा , तो तुम क्या हो ?
लोग हैं कौन ?
ये वही लोग हैं , जो तुम्हें जानते हैं , और तुम उन्हें जानते हो इसके सिवा किसी को न फुर्सत है , और न जरूरत है , कि वो आप को सोचे और कुछ कहे , क्यों कि वो तुम्हें जानता ही नहीं ।
गुरुवार, 8 अप्रैल 2021
स्वार्थ के हज़ारों रुप रंग होते हैं
स्वार्थी व्यक्ति के अंदर स्वार्थ के हज़ारों रुप रंग होते हैं ।
स्वार्थी का स्वार्थ जब प्रबल हो जाता है , तो अपने शिकार को किसी न किसी रूप रंग में रंग ही लेता है ।
बुधवार, 7 अप्रैल 2021
प्यार तो एक ही होता है
प्यार तो एक ही होता है , जो पवित्र और निस्वार्थ से भरा हुआ होता है । लेकिन प्यार के नाम के पीछे छुपे मकसद अनेक होते हैं ।
मंगलवार, 6 अप्रैल 2021
दुनियां आप के लिए स्वर्ग के समान हो सकती है
पाप करना तुम्हारे लिए हुनर के समान हो सकता है ।
पाप करना मेरे लिए तो ज़हर के समान है ।
ये दुनियां आप के लिए स्वर्ग के समान हो सकती है ।
मैं इसे एक सराय से ज्यादा और कुछ नहीं समझता ।
जिन भी परिस्थितियों में यहां वक़्त को काटना पड़े खुशी-खुशी इसे स्वीकारना ही है , क्यों कि अच्छी , बुरी परिस्थितियां आप के वश में नहीं है ।
आप के चाहने या न चाहने से कुछ भी नहीं होना है और न तो इन परिस्थितियों से अपना पीछा छुड़ा सकते हो ।
बदलती हुई अच्छी बुरी परिस्थितियों में अपने कर्मों का आंकलन करें ।
प्रयास करें कि बुरे कर्मों का पश्चाताप करते हुए , इससे अपने आप को दूर रक्खें ।
उन अच्छे परिस्थितियों में अपने आप को स्वयं के स्वार्थ से दूर रख कर लोगों की भलाई और लोगों के कल्याण के बारे में प्रयासरत रहे जिससे सराय रुपी दुनियां को छोड़ने पर न कोई कस्ट हो , न कोई अफसोस हो और न दुबारा आने की चाहत । इस सराय से आप को साथ लेकर जाना क्या है बस इसका आत्ममंथन निरन्तर बना रहना चाहिए ।
सोमवार, 5 अप्रैल 2021
बदलते समय के अनुसार बातों का अर्थ भी बदल जाता है
किसी बात को सुनने में ऐसा लगता है , कि पहले भी मैं सुन चुका हूं । पहले भी मैं पढ़ चुका हूं । पहले भी इस मुआमले से गुजर चुका हूं , तो फिर आप ने उसका निष्कर्ष क्या निकला ? उसकी सार्थकता और निर्रथकता की गहराई में कितना उतरे ? क्या सीखा आप ने ? , क्या जाना आप ने ?
आप के मतलब और मकसद का नहीं रहा होगा ? तो इस लिए आप ने कोई अहमियत नहीं दिया होगा , लेकिन अगर कोई बार- बार कह रहा हो , तो उसे ध्यान देना चाहिए । या कई लोग उस चीज़ को कह रहे हों , तो भी सोचना चाहिए कि कुछ तो है ? भले आज़ आप के मतलब का नहीं है । लेकिन हो सकता है , कि कभी आप का मतलब उन बातों से पड़ ही जाय ?
या फिर कोई ऐसी बात लाइए , जिसे कभी सुना ही नहीं गया , कभी पढ़ा ही नहीं गया , कभी मुझसे हो कर गुजरी ही नहीं ।
समय बदलता है । लोगों के विचार भी बदलते हैं । उसी समय के मुताबिक बातें भी तो वही होतीं हैं । फर्क सिर्फ इतना होता है , कि बदलते समय के अनुसार उन्हीं बातों का अर्थ भी बदल जाता है ।
रविवार, 4 अप्रैल 2021
उसका दिल रखने के लिए
हर व्यक्ति की अपनी आवश्यकताएं और उसी के अनुसार सोंच भी होती है ।
किसी की छोटी होती है , तो किसी की बड़ी होती है ।
अपनी आवश्यकताओं के अनुसार , अपने सोंच के दायरे में रहना ही बेहतर होता है ।
किसी की सोचों में , उसका दिल रखने के लिए , हां में हां न मिलाएं , और न तो उसकी आवश्यकताओं में , झूठे मददगार बनने की कोशिश करें ।
ऐसी हरक़त ! हमेशा के लिए आप को , उससे और उसके लोगों से दूर कर सकती है ।
शनिवार, 3 अप्रैल 2021
दुश्मन की पहचान
1- काट दो उस डाल को जिसका फल , कीचड़ , नाली , पोखरी और ऐसी जगह गिरता हो , जो न तुम्हारे काम आये और न किसी का भला हो ।
2- ऐसे लोगों का साथ तत्काल छोड़ दो , जो अपनी जुबान पर क़ायम न रहता हो ।
3- उसकी बातों पर न कभी भरोसा करना न कभी उम्मीदें करना जो अपने ऊपर निर्भर न रहकर किसी और के भरोसे आप से बातें करता हो।
4- ऐसे लोगों का कभी इन्तज़ार मत करना जो आप के वक़्त की क़ीमत न समझते हों ।
5- ऐसे लोगों से कभी भी रहस्यात्मक बातों को न करें , जो कभी आप के बातों को कोई अहमियत न देता हो ।
6- ऐसे लोगों का साथ तत्काल छोड़ दें , जो आप के पीठ पीछे आप की बुराईयां करता हो ।
7- ऐसे लोगों के साथ कभी भी न रहें , जो आप से वक़्त गुज़ारने के लिए मिलते हों ।
8- ऐसे लोगों से तत्काल दूरी बना लें , जो आप के मन की बातों को जानना चाहता हो और दूसरों से बता कर खिल्ली उड़ाता हो ।
9- ऐसे लोगों से तत्काल दूरी बना लें , जो आप का झूठा हमदर्द बन कर , आप का राज़ दूसरों तक पहुंचाता हो ।
10- ऐसे लोगों से हमेशा दूर रहें , जो आप को अपना बताता हो और आप के लिए सब कुछ करने के लिए तैयार हूं कहता हो , और आप को जब ज़रुरत पड़े तो आप का काम कैसे करेगा , उसमें वो अपनी फ्युचर प्लानिंग बताए और यह समझाए , कि इसी में आप का भी काम हो जाएगा धीरज रखें थोड़ा इंतजार करें ।
11- ऐसे लोगों पर न कभी भरोसा करें और न तो किसी प्रकार की आशा करें , जो जानता हो आप की परेशानियां क्या हैं । यह जान कर चुप्पी साधे हो , और आप अपने हैं कहता हो । आप अपनी परेशानी बताएं , फिर भी वो नज़र अंदाज़ करता हो ।
झूठी कहानियां गढ़ता हो । झूठे वादे करता हो , मगर आप के दिक्कतों से उसे कुछ लेना-देना नहीं , और न तो वो उसे दूर करना चाहता हो । आप की परेशानी में ही उसकी खुशी हो ।
आप जानते हैं , कि वह समर्थ है । इस काम को वो मिनटों में हल कर सकता है , लेकिन नहीं करता और आप का नुकशान होता जा रहा हो , जिसे वो अच्छी तरह से जानता भी है ।
12- ऐसे लोगों से हमेशा सतर्क रहें , जो अपनी जरुरत को को ही प्राथमिकता देता हो ।
13- ऐसे लोगों से हमेशा दूर रहें , जो थूक कर दुबारा चाटता हो ।
14- ऐसे लोगों से हमेशा सतर्क रहें और दूरी बना कर रहें जो आप को छोड़ चुका हो लेकिन अपनी जरुरत पड़ने पर आप से करीबी बना लेता हो ।
ऐसे लोग आप के कुछ भी नहीं है , सिवाय दुश्मन के , ऐसे लोग आप के हर पल पर नज़र रखते हैं ।
जितना चिंता आप अपने और अपने परिवार की करते हैं ।उससे ज्यादा चिंता ये लोग , आप की करते हैं । यदि खुद समय नहीं मिला तो किसी को भेज कर आप की रिपोर्ट लेते हैं ।
शुक्रवार, 2 अप्रैल 2021
जोश में होश का होना संभव नहीं
जोश में होश का होना संभव नहीं । जोश यानी जुनून में आकर कुछ भी बोला और कहा जा सकता है , लेकिन होश के धरातल पर खड़े होकर उसे निभाना या पुरा करना असंभव होता है ।
गुरुवार, 1 अप्रैल 2021
वक़्त और इन्तज़ार में बहुत फर्क है
वक़्त और इन्तज़ार में बहुत फर्क है ।
वक़्त आता है और चला जाता है । रुक कर किसी का इंतजार नहीं करता ।
इंतजार तो हमेशा क़ायम रहता है । जिंदगी में इंतजार कभी पीछा नहीं छोड़ता । किसी न किसी चीज़ का इंतजार आप को करना ही पड़ता है ।
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