इस दुनियां को क़ायम हुए ,
अनगिनत सदियां बीत गई हैं ।
इन अनगिनत सदियों में ,
अनगिनत खूबसूरत लम्हें बीते हैं ।
उन खूबसूरत लम्हों को
जीने वाले आज नहीं हैं ।
वो खूबसूरत लम्हे इस दुनियां में
आज भी कायम है ।
जो लोग अब इस दुनियां में नहीं है ।
वो अपने हिसाब से जी कर गए हैं ।
जो लोग आज हैं ।
वे लोग अपने हिसाब से जीते हैं ।
सबसे बड़ा सच तो यह है कि -
लम्हें अच्छे रहे या बुरे ,
जिन लम्हों में जिसको जितना जीना था ,
उतना ही जी पाया , आज तक इस दुनियां में
जिंदा नहीं है । सिर्फ लम्हें जिंदा हैं ।
जो लोग आज हैं । उन्हें भी अच्छे बुरे लम्हों से
गुजरते हुए इस दुनियां को छोड़कर जाना है ।