क्यों कि उस पेड़ को मैंने लगाया था ।
उसकी हर डालें मेरे हाथ पैर जैसे लगते थे ।
लेकिन वक्त के तूफान ने कइ डाल तोड़ दीं ।
मुझ पर बेबसी और खामोशी सी छा गई ।
वक्त के आए हुए तूफान का असर ,
सभी को झेलना पड़ता है ।
लेकिन कुछ लोग तो पेड़ को जड़ से काट देते हैं ।
जब कोई पेड़ कटता है , तो ऐसा लगता है कि ,
पेड़ को नहीं मेरे , जिस्म को काटा जा रहा है ।
इस लिए मैं सिर्फ इतना ही कहुंगा , कि -
पेड़ को काटने से पहले ,
कहीं कुछ पेड़ लगा दिया करो ।
यह तुमसे ज्यादा कुछ लेता नहीं है ।
ज़रुरत से ज्यादा , बहुत कुछ देता है ।