hello my dear friends. mai javed ahmed khan [ javed gorakhpuri ] novelist, song / gazal / scriptwriter. mare is blog me aapka dil se swaagat hai.
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शुक्रवार, 13 अक्टूबर 2023
इस दुनियां में
मंगलवार, 3 अक्टूबर 2023
सामान के बदले सामान
शनिवार, 23 सितंबर 2023
अपराध क्यों ? और किसके लिए ?
तुमने पैदा हुए बच्चे को भी देखा है ।
तुमने बच्चे को दौड़ते खेलते हुए भी देखा है ।
तुमने नौजवानों को भी देखा है ।
तुमने बीमार को भी देखा है ।
तुमने बुढ़े हुए लोगों को भी देखा है ।
तुमने मरे हुए लोगों को भी देखा है ।
तुमने हर परिस्थितियों में
विभिन्न प्रकार के लोगों को भी देखा है ।
जब यह साबित हो गया है कि
यहां कोई भी ज़िंदा नहीं रहेगा ।
आदमी से लेकर जानवर तक ।
पेड़ से लेकर पहाड़ तक ।
सब को एक दिन मरना ही है ।
तो फ़िर तरह - तरह के अपराध क्यों ?
और किसके लिए ?
परिस्थितियां हमेसा एक जैसी नहीं होती हैं ।
कभी तुम अपने लिए जीते हो ।
कभी अपनों के लिए जीते हो ।
कभी औरों के लिए जीते हो ।
कोई भी परिस्थिति यह कभी नहीं कहती है कि
तुम अपराध करो ।
चाहे अपने लिए हो ...... ।
अपनों के लिए हो या औरों के लिए हो ।
तुमने अगर किसी के लिए भी अपराध किया है ।
तो उसके भागीदार , उसकी जवाबदेही और उसका पाप , पुन्य , दंड से उन लोगों का कोई मतलब और सरोकार नहीं है ।
सारी चीजें तुम्हीं पर आएंगी ।
इस दुनियां से जाने के पहले तीन चीजें होती हैं ।
1 - अपने अपराध के द्वारा जुटाई गई सारी चल अचल संपत्ति या तो किसी को देकर जाओगे ।
2 - या तो छोड़ कर जाओगे ।
3 - या तो मिटा कर जाओगे ।
यह सब यही पर बट कर बिखर जाने वाली है ।
यहां से कुछ भी साथ में लेकर जाने का कोई भी रास्ता नहीं है ।
दुनियां से कैसे जाता है आदमी यह भी तुमने देखा है ।
तुम्हें बहुत ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है ।
इस दुनियां में हर लोग अपनी - अपनी किस्मत लेकर आते हैं और उसी के मुताबिक जीते हैं , फिर चले जाते हैं । हां इतना जरूर कहूंगा कि तुम्हारे माध्यम से इस दुनियां में जो आया है , उसकी जिम्मेदारियां तब तक तुम्हारे उपर हैं । जब-तक की वो अपने पैरों पर खड़ा न हो जाए ।
तुम जब-तक जिंदा हो तब तक जो ज़िम्मेदारियां तुम्हारी बनती हैं , उसे जायज़ तरीके से पुरा करने की कोशिश करो ।
यह ख्याल रहे कि इसमें कोई भी क़दम ऐसा नहीं होना चाहिए कि जो नाजायज और अपराधिक तरीके से हों ।