तुम्हारे माइंड की फ्रिक्वेंसी ,
जिस कल्पना को कैच करती है ।
वह दुनियां के किसी हिस्से में गुजर चुका है ।
अगर आज ये कल्पना आधुनिक लग रही है ।
तो इसे इस युग में पूरा किया जा सकता है ।
अगर आप को असंभव लगता है ।
तो आने वाली जनरेशन के माइंड की फ्रिक्वेंसी
इसे कैच करेगी और पूरा भी करेगी ।
संसार का नियम है ।
ये पृथ्वी अपने प्रेरकृति द्वारा जनरेशन बाई जनरेशन कल्पनाओं को थोपती आ रही है ।
दुनियां को सजाने के लिए ।
उदाहरण के लिए -
2G से 5G का आज आप आनंद ले रहे हैं ।
आज आप ताजमहल से लेकर बुर्ज खलीफा
तक घूम रहे हैं । सभी कल्पनाओं से ही बने हैं ।
आगे आने वाले समय में मिटावर्स की दुनिया भी
स्टार्ट होने वाली है । तब आप अपने बेडरुम में लेटे हुए पेरिस में घूमने और शापिंग का आनंद लेंगे , जो लोग इस दुनियां से जा चुके हैं । उनकी आत्मा से भी बात मुलाक़ात कर सकेंगे ।