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बुधवार, 12 नवंबर 2025

सबसे खूबसूरत यात्रा

1 - जिंदगी की सबसे खूबसूरत यात्रा वह है , 
     जो आपको खुद से , खुद को मिलाती है ।

2 - कुछ रिश्ते वक्त के मोहताज नहीं होते हैं । 
      बल्कि वो दिल में हमेशा क़ायम रहते हैं ।

3 - स्वार्थ में बनाए गए रिश्ते से ,
      सिर्फ धोखे में स्वार्थ पूरा कर सकते हैं ।
      जिंदगी भर साथ नहीं निभा सकते हैं ।
                               " जावेद गोरखपुरी "



अनकही बातें

1 - " सबसे ज़्यादा शोर अक्सर 
      उन सवालों का होता है , जो 
      हम कभी पूछते ही नहीं । "

2 - " जिस रिश्ते में आपको अपनी 
         सच्चाई छुपानी पड़े , समझो 
         उस रिश्ते ने आपकी आत्मा से 
         बात करना बंद कर दिया है । "

3 - " कुछ बातें इसलिए अनकही 
       रह जातीं हैं , क्यों कि कहने से 
       पहले ही हमें जवाब पता होता है । "
                         " जावेद गोरखपुरी "


मंगलवार, 11 नवंबर 2025

सबसे बड़ी विडंबना

1 - " हमेशा ध्यान रखें , कि जो बातें ,
        हमेशा दिल में रखी जाती हैं , वे 
        दिमाग में रखे गए तर्कों से 
       कहीं ज़्यादा वज़नदार होतीं हैं । "
 
2 - सबसे बड़ी विडंबना तो यह है , कि 
      हम जिनसे सबसे ज़्यादा प्यार करते हैं , 
      सबसे ज्यादा मानते हैं और सबसे ज्यादा 
      भरोसा भी करते हैं । उनसे ही अपनी 
      सबसे ज़रूरी बातें नहीं कह पाते हैं । "
                                " जावेद गोरखपुरी "


असली वायरल मोमेंट

1 - "असली 'वायरल मोमेंट' तब आता है , 
     जब आप दुनिया को भूलकर, खुद पर 
     ध्यान केंद्रित करते हैं । "

2 - " नेटवर्क ' कनेक्शन ' से पहले 
      आत्म - कनेक्शन मज़बूत होना चाहिए । "
 
3 - " हमारा सबसे बड़ा निवेश सोना या 
     क्रिप्टोकरेंसी नहीं है , बल्कि वह ध्यान है 
     जो हम अपनी मानसिक शांति को देते हैं । "
                                 " जावेद गोरखपुरी "


रविवार, 9 नवंबर 2025

जीवन की अनकही विडंबना

🎭 जीवन की अनकही विडंबना :-

1 - " हम पूरी ज़िन्दगी 'आगे' बढ़ने की 
       कोशिश में लगे रहते हैं , लेकिन 
       सबसे ज़्यादा सुकून तब मिलता है , 
       जब हम ' पीछे मुड़कर ' अपने   
       बचपन की ओर देखत हैं । "                       
 
2 -" जिस 'आज़ादी' के लिए 
       हम इतना लड़ते हैं ,                     
       अक्सर वही हमें सबसे ज़्यादा ' 
       अकेला ' महसूस कराती है । "

3 -" दुनिया में सबसे महंगी चीज़ 
       समय नहीं है , 
       बल्कि वह मौका है , 
      जब आपको अपनी सही बात 
      कहने की हिम्मत नहीं हो पाती । "
                       " जावेद गोरखपुरी "


सफलता और अतीत

💼 सफलता का बोझ ।
(The Burden of Success)
सफलता की सबसे अनकही बात 
यह है , कि यह आपको ज़िम्मेदारी 
देती है , आराम नहीं।"
 
🕰️ अतीत को अपनाना ।
(Embracing the Past)
अतीत एक 'स्कूल' की तरह से है ।
' जेल ' नहीं है । आप को वहाँ की 
फीस (दर्द) में चुकानी पड़ी है । 
इस लिए अब समय है , 
सबक लेकर आगे बढ़ो ।
                   " जावेद गोरखपुरी "


डिजिटल डिटाक्स

📵 क्या आप भी 'स्क्रीन' से थक चुके हैं ? 
थोड़ा ब्रेक तो बनता है ! (Digital Detox)
आजकल हमारी ज़िंदगी स्क्रीन (Screen) 
के इर्द - गिर्द घूमती रहती है—
सुबह उठते ही फ़ोन , दिन भर लैपटॉप , 
और रात में फिर सोशल मीडिया ।
क्या आप ने कभी सोचा है , कि 
लगातार डिजिटल दुनिया में रहने से 
हम अपने वास्तविक जीवन (Real Life) 
की छोटी - छोटी खुशियों को 
मिस करते जा रहे हैं ?

डिजिटल डिटॉक्स का मतलब यह नहीं है , कि आपको टेक्नोलॉजी को पूरी तरह छोड़ देना है , बल्कि इसका मतलब है , कि सचेत रुप से 
ब्रेक लेना ताकि आप :-
😌 मानसिक शांति पा सकें ।
😴 नींद की गुणवत्ता (Quality of Sleep) 
      को सुधार सकें ।
👨‍👩‍👧‍👦 अपने परिवार और दोस्तों को पूरा समय दे सकें ।
💖 उन शौकों (Hobbies) पर ध्यान दे सकें जिन्हें आप ने छोड़ दिया है (जैसे - पढ़ना , बागवानी , 
दोस्तों के साथ घूमना या कुछ लिखना इत्यादि )।

आज ही 30 मिनट का डिजिटल ब्रेक लें :-
फ़ोन को दूर रखें ।
गहरी साँस लें ।
आस - पास की दुनिया को महसूस करें ।
यह छोटा सा ब्रेक आपको तरोताज़ा महसूस कराएगा !
❓ सवाल :- आपका पसंदीदा ' ऑफलाइन ' 
शौक क्या है ? कमेंट में ज़रूर बताएं !
#DigitalDetox #ब्रेकलेनाजरुरीहै #मानसिकस्वास्थ्य #स्क्रीनटाइम #खुशियाँ
                               " जावेद गोरखपुरी "


गुरुवार, 6 नवंबर 2025

डिजिटल डिटाक्स

📵 क्या आप भी 'स्क्रीन' से थक चुके हैं ? 
थोड़ा ब्रेक तो बनता है ! (Digital Detox)
आजकल हमारी ज़िंदगी स्क्रीन (Screen) 
के इर्द - गिर्द घूमती रहती है—
सुबह उठते ही फ़ोन , दिन भर लैपटॉप , 
और रात में फिर सोशल मीडिया ।
क्या आप ने कभी सोचा है , कि 
लगातार डिजिटल दुनिया में रहने से 
हम अपने वास्तविक जीवन (Real Life) 
की छोटी - छोटी खुशियों को 
मिस करते जा रहे हैं ?

डिजिटल डिटॉक्स का मतलब यह नहीं है , कि आपको टेक्नोलॉजी को पूरी तरह छोड़ देना है , बल्कि इसका मतलब है , कि सचेत रुप से 
ब्रेक लेना ताकि आप :-
😌 मानसिक शांति पा सकें ।
😴 नींद की गुणवत्ता (Quality of Sleep) 
      को सुधार सकें ।
👨‍👩‍👧‍👦 अपने परिवार और दोस्तों को पूरा समय दे सकें ।
💖 उन शौकों (Hobbies) पर ध्यान दे सकें जिन्हें आप ने छोड़ दिया है (जैसे - पढ़ना , बागवानी , 
दोस्तों के साथ घूमना या कुछ लिखना इत्यादि )।

आज ही 30 मिनट का डिजिटल ब्रेक लें :-
फ़ोन को दूर रखें ।
गहरी साँस लें ।
आस - पास की दुनिया को महसूस करें ।
यह छोटा सा ब्रेक आपको तरोताज़ा महसूस कराएगा !
❓ सवाल :- आपका पसंदीदा ' ऑफलाइन ' 
शौक क्या है ? कमेंट में ज़रूर बताएं !
#DigitalDetox #ब्रेकलेनाजरुरीहै #मानसिकस्वास्थ्य #स्क्रीनटाइम #खुशियाँ
                               " जावेद गोरखपुरी "


बुधवार, 5 नवंबर 2025

सफलता की ओर

भीड़ का हिस्सा बनना है ?
या मिसाल बनना है ?

हम अक्सर सोचते हैं , कि 
सही समय' कब आएगा ? 
एक परफेक्ट समय , 
एक परफेक्ट शुरुआत । 
लेकिन सच तो यह है , कि 
सही समय कभी आता ही नहीं है ।
शुरुआत करने के लिए लाना पड़ता है !

हर दिन एक नया मौका है । 
आज का यह जो दिन है ।
यह कल की हार या जीत से 
परिभाषित नहीं होगा , 
बल्कि इस बात से होगा , कि 
आज आपने कितनी कोशिश की ।

अगर आप गिर गए हैं , 
तो उठने में देर मत लगाइए ।
अगर थक गए हैं , तो थोड़ा आराम कीजिए , 
लेकिन लक्ष्य को कभी मत भूलिए ।
अगर लोग आलोचना कर रहे हैं , 
तो याद रखिए , 

इतिहास हमेशा उन लोगों का लिखा जाता है , 
जो भीड़ से अलग चलते हैं ।
खुद पर भरोसा रखिए । 
आपके मेहनत का पसीना ही ,
आपके सपनों को सींचेगा । 
आइए , आज ही कुछ ऐसा करें , 
जिससे आने वाला कल हमें धन्यवाद कहे !
#Motivation #प्रेरणा #सफलता की ओर 
#आगे बढ़ो ।
                                   " जावेद गोरखपुरी "


सोमवार, 3 नवंबर 2025

कुछ रिश्ते

कुछ रिश्ते सिर्फ बंधन नहीं , 
बल्कि 'घर' होते हैं ।
जीवन हमें बहुत कुछ सिखाता है , 
लेकिन सबसे ज़रुरी सबक यही है , 
कि असली दौलत पैसों में नहीं , बल्कि 
उन रिश्तों में है जो हर मुश्किल में 
हमारे साथ खड़े रहते हैं ।

अगर आज आपको किसी एक 
ऐसे व्यक्ति को शुक्रिया कहने का मौका 
मिले जो आपकी ज़िंदगी के हर मोड़ पर 
आप के साथ खड़े रहे हैं , 
और आज भी खड़े हैं ।
तो वह कौन होगा ?

उन्हें टैग करें या उनके लिए एक शब्द कहें ।
याद रखें , प्यार , आभार , शुक्रिया 
और धन्यवाद व्यक्त करने के लिए '
सही समय' का इंतज़ार न करें । 
वह समय आज और 'अभी' है ।
                                " जावेद गोरखपुरी "